Free surgery camp organized on the arrival of Islamic New Year
इंदौर, 7 जुलाई 2024 – इस्लामी नए साल की आमद पर संस्था ‘द सेवियर युथ वेलफेयर एसोसिएशन’ ने एक महत्वपूर्ण सामाजिक पहल के तहत फ्री सर्जरी कैंप का आयोजन किया है। इस कैंप का उद्देश्य कटे-फटे होठ, तालु में छेद, चिपकी जुबान, और केमिकल, आग या दुर्घटना से शरीर पर आए चोट के निशान को प्लास्टिक सर्जरी के जरिये ठीक करना है। इस विशेष सर्जरी कैंप में बड़ी संख्या में पीड़ित मरीजों ने हिस्सा लिया और सर्जरी के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवाया।
संस्था के अध्यक्ष श्री शकील शेख ने बताया कि यह फ्री सर्जरी कैंप इस्लामी नए साल की आमद पर ‘जीबीएल हॉस्पिटल’, ‘द सेवियर युथ वेलफेयर एसोसिएशन’ और ‘इंदौर वक़्फ़ बोर्ड कमेटी’ के संयुक्त प्रयासों से आयोजित किया जा रहा है। इस कैंप में प्रसिद्ध प्लास्टिक सर्जन डॉक्टर एकता मिश्रा गौतम पीड़ित मरीजों का ऑपरेशन करेंगी। कैंप 5 अगस्त, 2024 तक चलेगा, जिससे अधिक से अधिक मरीजों को लाभ मिल सकेगा।
अब तक 20 से अधिक बच्चों और पीड़ित मरीजों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है, जिनमें से 12 बच्चों और 5 पीड़ित मरीजों, कुल 17 लोगों को ऑपरेशन के लिए चुना गया है। कैंप की शुरुआत डॉक्टर एकता मिश्रा गौतम और डॉक्टर विनीत गौतम को संस्था के रिज़वान खान, आशी खान, मफ़ाज खान और मनाफ़ शेख ने गुलदस्ता देकर की। इस अवसर पर इंदौर वक़्फ़ बोर्ड के अध्यक्ष रेहान शेख ने भी उपस्थित होकर पीड़ित मरीजों के सफल ऑपरेशन और जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
श्री शकील शेख ने कहा, “हमारा उद्देश्य पीड़ितों को नया जीवन देना है। इस्लामी नए साल की शुरुआत को सार्थक बनाने के लिए यह पहल की गई है। हमारा मानना है कि इस तरह की पहल समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकती है।”
कैंप में शामिल एक मरीज की माँ, सारा बेगम, ने अपने बच्चे के ऑपरेशन के लिए धन्यवाद देते हुए कहा, “यह हमारे लिए किसी वरदान से कम नहीं है। हम इस दिन का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे और अब उम्मीद है कि हमारा बच्चा जल्द ही स्वस्थ हो जाएगा।”
संस्था के अन्य सदस्यों ने भी इस पहल की सराहना की और समाज के अन्य संगठनों से भी ऐसे ही कदम उठाने की अपील की। डॉक्टर एकता मिश्रा गौतम ने कहा, “मुझे गर्व है कि मैं इस नेक काम का हिस्सा हूं। हम अपने प्रयासों से मरीजों को बेहतर जीवन देने का संकल्प लेते हैं।”
इस सर्जरी कैंप ने न केवल पीड़ितों को शारीरिक राहत देने का काम किया है, बल्कि उनके परिवारों को भी नई उम्मीद और खुशी दी है। समाज में ऐसे प्रयासों की जरूरत है, जो लोगों के जीवन में वास्तविक बदलाव ला सकें और उन्हें बेहतर भविष्य की ओर अग्रसर कर सकें।